गायन / वक्तृत्त्व / डबिंगची आवड असणाऱ्यांसाठी
आवाज (स्वर) संस्कार आणि संवर्धन
ऑनलाइन कार्यशाळा
मार्गदर्शक: योगेश सोमण
अभिनेता, पटकथा लेखक, दिग्दर्शक
संकल्पना: प्रा. क्षितिज पाटुकले
आयोजक: विश्व मराठी परिषद, द्वारा साहित्य सेतू
कुणासाठी अधिक उपयुक्त - खरतर सर्वांसाठी ...ज्यांना अभिनेता, गायक, डबिंग, रेडिओ जॉकी, वक्ता, राजकीयनेता, वकील, राजकीय – सामाजिक कार्यकर्ते, असे करिअर करायचे आहेत तसेच प्राध्यापक, शिक्षक, कीर्तनकार, प्रवचनकार, कलाकार, डॉक्टर, इ. सर्वांसाठी अतिशय उपयुक्त कार्यशाळा...
कालावधी
५ दिवस - रोज १ तास
दि: १४ ते १८ जुलै २०२० वेळ: सायंकाळी ७ ते ८ वा
कार्यशाळेतील मधील मुद्दे:
१) आवाज कुणाचा ? आवाज कशाला ?
२) आवाज हेच भांडवल
३) उत्तम आवाजाची गरज कोणाला ? कलाकार, वकील, नेते, इ. प्रत्येकाला
४) आवाज, स्वर आणि पट्टी यांची ओळख
५) आवजाचा रियाझ, व्यायाम, संरक्षण आणि संवर्धन
६) आवाजामुळे करिअर संधी
Recognised Institute by Central Sanskrit University (RISPE-CSU)
Upcoming Batches :
No Latest Batch
4 Days - 4 Sessions
Evening: 8:00pm to 9:15pm
Language: Hindi
Bhishma School of Indian Knowledge System
About the Workshop
अपनी विरासत के प्रति जागरूकता के बिना शिक्षा अधूरी है। हमारी विरासत का ज्ञान गर्व की ओर ले जाता है और हमारे वर्तमान और अतीत के समाजों के साथ संबंध बनाने में मदद करता है और राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर हमारी पहचान को परिभाषित करने में मदद करता है। भारतीय दृष्टिकोण से विरासत उन प्रवाहित परंपराओं के बारे में है जो सदियों से चली आ रही हैं और जो परंपराएं बनाई गई हैं जिन्हें वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को किसी न किसी रूप में हस्तांतरित किया जाएगा। अतीत और वर्तमान परंपराएँ मिलकर लोगों की पहचान और एक सभ्यता की विशेषता बन जाती हैं ।
अपने धरोहर के बारेमें जानना एक नागरिक को जागरूकता और अपने जन्म स्थान और उसके आसपास से जुड़े संबंधोंकी ओर ले जाती है। विरासत शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू किसी की स्थानीय पहचान को परिभाषित करने और स्थान के लिए जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करना है। ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जागरूकता हमें अतीत से जुड़ने का एक जरिया प्रदान करती है और खुदसे, अपने समाज से एकत्व की बंधुता की भावना को उजागर करती है।
इस कार्यशाला के जरिए आप अपने आसपास में बसनेवाली भौतिक और अभौतिक विरासत को पहचानने में सक्षम बनेंगे।
Your Instructor
Girinath Bharade
Indologist, Researcher, Animator, Founder - Ancient Trails
Topics covered in the Workshop
1) विरासत का अर्थ
2) हमारे जीवन में विरासत का महत्व
3) विरासत के संरक्षण का मतलब
4) हमारी अपनी परंपराओं, मान्यताओं, रीति-रिवाजों, मूल्यों आदि का महत्व।
5) शहर या गांव की पुरानी इमारतों को पहचानना और उनका ऐतिहासिक महत्व जानना
6) हमारे आस-पास की प्राकृतिक रचनाओं का महत्व और भूमिका।
7) प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र/आवासों का संरक्षण
8) अपनी पारंपरिक पोशाक, भोजन, कलाकृतियाँ और जीवनशैली को पहचानें।
9) स्थानीय पहचान की संकल्पना को समझना और उसके साथ जुड़ाव विकसित करना।
10) आपकी स्थानीय संस्कृति का सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और तात्कालिक महत्व।
11) भारतीय विरासत की महत्वपूर्ण विशेषताएँ
12) हमारी विरासत के विश्वभर में फैले पदचिन्ह
What you will benifit from the Workshop
1) विरासत का मतलब समझ आएगा
2) हमारे जीवन में विरासत का महत्त्व समझ आएगा
3) विरासत का संरक्षण किस तरह किया जाता है वह समझ आएगा
4) हमारी अपनी परंपराओं, मान्यताओं, रीति-रिवाजों, मूल्यों को कैसे पहचाना जाता है उसका ज्ञान होगा
5) अपने शहर/गाव में स्थित पुरानी इमारतोंका महत्त्व समझ आएगा
6) हमारी आसपास की प्राकृतिक रचनाए जैसे कि नदी, तालाब, पर्वत आदि की विरासत के रूप में पहचान होगी
7) इन प्राकृतिक रचनाओंका रक्षण और संवर्धन कैसे करना है वह समझ आएगा
8) अपनी पारंपरिक पोशाक, भोजन, कलाकृतियाँ और जीवनशैली का विरासत के स्वरुप में ज्ञान होगा
9) हमारी स्थानीय पहचान (local identity) का ज्ञान होगा और उसकी विशेषता समझ आएगी
10) स्थानीय संस्कृति का सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और तात्कालिक महत्व का ज्ञान होगा
11) हमारे देश की धरोहर क्या है वह समझ आएगा
12) हमारी विरासत के पदचिन्ह भारत से बाहर भी कहापर पाए जाते है उसका ज्ञान होगा
✅ विशेषज्ञ मार्गदर्शक
✅ मार्गदर्शन एवं प्रश्नोत्तरी
✅ सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र
✅ झुम लाइव्ह क्लास + रेकॉर्डिंग्स (Lifetime Access)
Important :
-
Registration once made will not be cancelled or refunded for any reason. It can be transferred to another person or workshop.
-
Click on "Register now" to confirm your registration and pay the workshop fee online.
-
Zoom Class Link and Details will shared on WhatsApp and Email 4-6 Hours before the Workshop
Workshop Fee :
Contact for any inquiries -
WhatsApp: 7875191270
(Call) Mo: 7875743405 / 8788243526
Email: namaste@bhishmaiks.org
Office Address:
622, Janaki Raghunath, Pulachi Wadi,Near Z Bridge, Deccan Gymkhana, Pune - 411004 MH, Bharat
Google Map 📍 - Click here
About Bhishma School of Indian Knowledge Systems...
Bhishma School of Indian Knowledge System (BSIKS) is a Pioneer institute in the field of IKS and Hindu Studies. We conduct Online Courses - Certificate Courses, Masters Programs, Webinars, and workshops based on IKS, Hindu studies, Ancient Indian Vedic Wisdom, True Indian History, Art, Culture, Vedic Literature, Science, Technology, and Ancient Civilization.