गायन / वक्तृत्त्व / डबिंगची आवड असणाऱ्यांसाठी
आवाज (स्वर) संस्कार आणि संवर्धन
ऑनलाइन कार्यशाळा
मार्गदर्शक: योगेश सोमण
अभिनेता, पटकथा लेखक, दिग्दर्शक
संकल्पना: प्रा. क्षितिज पाटुकले
आयोजक: विश्व मराठी परिषद, द्वारा साहित्य सेतू
कुणासाठी अधिक उपयुक्त - खरतर सर्वांसाठी ...ज्यांना अभिनेता, गायक, डबिंग, रेडिओ जॉकी, वक्ता, राजकीयनेता, वकील, राजकीय – सामाजिक कार्यकर्ते, असे करिअर करायचे आहेत तसेच प्राध्यापक, शिक्षक, कीर्तनकार, प्रवचनकार, कलाकार, डॉक्टर, इ. सर्वांसाठी अतिशय उपयुक्त कार्यशाळा...
कालावधी
५ दिवस - रोज १ तास
दि: १४ ते १८ जुलै २०२० वेळ: सायंकाळी ७ ते ८ वा
कार्यशाळेतील मधील मुद्दे:
१) आवाज कुणाचा ? आवाज कशाला ?
२) आवाज हेच भांडवल
३) उत्तम आवाजाची गरज कोणाला ? कलाकार, वकील, नेते, इ. प्रत्येकाला
४) आवाज, स्वर आणि पट्टी यांची ओळख
५) आवजाचा रियाझ, व्यायाम, संरक्षण आणि संवर्धन
६) आवाजामुळे करिअर संधी
Recognised Institute by Central Sanskrit University (RISPE-CSU)
Upcoming Batches :
16 to 19 April 2024
4 Days - 4 Sessions
Evening: 8:00pm to 9:15pm
Language: Hindi
Bhishma School of Indian Knowledge System
About the Workshop
भागवत पुराण, हिन्दू धर्म के महत्त्वपूर्ण पुराणों में से एक है और इसे 'श्रीमद्भागवतम' भी कहा जाता है। यह पुराण भगवान विष्णु की महिमा, लीलाएं, और उनके अनुयायियों की कथाएं समर्पित करता है। भागवत पुराण का संबंध पुराणों के एकमुख्य ग्रंथ, विष्णु पुराण से है।
भागवत पुराण के कुल १२ स्कंध हैं और इसमें भगवान विष्णु के दस अवतारों का वर्णन, वृन्दावन लीलाएं, कृष्ण और राधा के मिलन का वर्णन, गोपियों के साथ कृष्ण की रासलीला, और अन्य धार्मिक तथा दार्शनिक विषयों पर चर्चा है। इसमें प्रह्लाद, ध्रुव, प्रह्लाद के पुत्र विरोचन, ध्रुव के पुत्र उत्तानपाद, उत्तानपाद के पुत्र ध्रुव, इत्यादि विभिन्न महापुरुषों की चरित्र कथाएं भी हैं।
भागवत पुराण का उद्दीपन, महाभारत के सभी प्रमुख कथाओं में से एक है, जिसमें शुकदेवजी नामक राजा परीक्षित के सामर्थ्य और भक्ति का वर्णन है। शुकदेवजी ने राजा परीक्षित को भगवान की कथाओं का सुनाया और इसे श्रीमद्भागवतम रूप में अर्थात् भागवत पुराण कहा गया।
भागवत पुराण हिन्दू धर्म के भक्तिमार्ग के प्रमुख स्मृति ग्रंथों में से एक है और इसे पढ़कर भक्तिभाव और भगवान के प्रति प्रेम की भावना को बढ़ावा मिलता है।
भागवत पुराण में सृष्टि की निर्मितीका रहस्य विस्तार से बताया गया हैI इसमें मानों मनुष्य प्राणी का लाखों वर्षोंका इतिहास छिपा हैI इसका गहन अध्ययन करके बड़े आश्चर्यजनक अनुभव आते हैI आधुनिक विज्ञान के अनेक शोध तथा विचारोंका प्रमाण भागवत पुराणसे मेल खाता हैI
Your Instructor
Dr. Punita Sharma
Sanskrit and Jyotisha Shastra Expert
Topics covered in the Workshop
1) भागवत पुराण का परिचय और रचना
2) सृष्टि उत्पत्ति के बारें भागवत पुराण में विचार, कालगणना की संकल्पना
3) सकाम कर्म, निष्काम कर्म, ज्ञान साधना, सिद्धि साधना, भक्ति, अनुग्रह, मर्यादा, द्वैत-अद्वैत, द्वैताद्वैत, निर्गुण-सगुण आदि के बारे में विचार
4) प्रथम स्कंध – देवर्षि नारद का पुनर्जन्म, राजा परीक्षित की कथा, ईश्वर भक्ती का महात्म्य
5) द्वितीय स्कंध – विराट रूप, गीता का उपदेश
6) तृतीय स्कंध – वराह अवतार की कथा, श्रीकृष्ण की बाललीलाओंका वर्णन
7) चतुर्थ स्कंध – पुरंजनोपाख्यान
8) पंचम स्कंध – गंगावतरण की कथा, महान राजाओंकी कथाए
9) षष्ठ स्कंध – नारायण कवच, पुंसवन व्रत विधि वर्णन
10) सप्तम स्कंध – भक्त प्रल्हाद की कथा
11) अष्टम स्कंध – गजेन्द्र मोक्ष और वामनावतार की कथा
12) नवम स्कंध – वंशवर्णन
13) दशम स्कंध – श्रीकृष्ण चरित्र
14) एकादश और द्वादश स्कंध – ज्ञान, कर्म, भक्ती योग, राजवंशो का वर्णन
15) भागवत पुराण की परंपरा
16) भागवत पुराण की हमारे जीवनमें उपयुक्तता तथा उपयोजन
What you will benifit from the Workshop
1) पुराण के संकल्पना और रचना के बारें में ज्ञान होगा
2) सृष्टिउत्पत्ति के बारें में पुराण के विचार और उसका विज्ञान पता चलेगा
3) तत्वज्ञान विषयक नानाविध संकल्पनाओंका ज्ञान होगा
4) वेदों, उपनिषदों तथा दर्शन शास्त्र के गूढ़ एवं रहस्यमय विषयों को अत्यन्त सरलता के साथ समझाया जाएगा
5) आधिभौतिक, आधिदैविक और आध्यात्मिक आदि तापत्रय का शमन करनेका ज्ञान प्राप्त होगा
6) भगवान विष्णु के विविध अवतारोंके बारे में जानकारी मिलेगी
7) भगवान श्रीकृष्ण के ईश्वरीय और अलौकिक रूप का दर्शन होगा
8) कालगणना का सूक्ष्म विचार पता चलेगा
9) विविध राजवंशोकी जानकारी होगी
10)प्राचीन भारत का इतिहास ज्ञात होगा
11)महाभारत से संबंधित अनेक कथाओंका परिचय होगा
12)प्राचीन भारत के भूगोल का ज्ञान होगा
13)भक्तों के लक्षण कौनसे है उसका ज्ञान होगा
14) शुद्ध साहित्यिक एवं ऐतिहासिक कृति के रूप में इस पुराण का महत्त्व पता चलेगा I
15) भागवत पुराण की परंपरा समझ आएगी
16)भागवत पुराण का ज्ञान हम प्रत्यक्ष जीवन में कैसे अपना सकते है इसकी जानकारी मिलेगी
✅ विशेषज्ञ मार्गदर्शक
✅ मार्गदर्शन एवं प्रश्नोत्तरी
✅ सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र
✅ झुम लाइव्ह क्लास + रेकॉर्डिंग्स (Lifetime Access)
Important :
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Registration once made will not be cancelled or refunded for any reason. It can be transferred to another person or workshop.
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Zoom Class Link and Details will shared on WhatsApp and Email 4-6 Hours before the Workshop
Workshop Fee :
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(Call) Mo: 7875743405 / 8788243526
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About Bhishma School of Indian Knowledge Systems...
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