गायन / वक्तृत्त्व / डबिंगची आवड असणाऱ्यांसाठी
आवाज (स्वर) संस्कार आणि संवर्धन
ऑनलाइन कार्यशाळा
मार्गदर्शक: योगेश सोमण
अभिनेता, पटकथा लेखक, दिग्दर्शक
संकल्पना: प्रा. क्षितिज पाटुकले
आयोजक: विश्व मराठी परिषद, द्वारा साहित्य सेतू
कुणासाठी अधिक उपयुक्त - खरतर सर्वांसाठी ...ज्यांना अभिनेता, गायक, डबिंग, रेडिओ जॉकी, वक्ता, राजकीयनेता, वकील, राजकीय – सामाजिक कार्यकर्ते, असे करिअर करायचे आहेत तसेच प्राध्यापक, शिक्षक, कीर्तनकार, प्रवचनकार, कलाकार, डॉक्टर, इ. सर्वांसाठी अतिशय उपयुक्त कार्यशाळा...
कालावधी
५ दिवस - रोज १ तास
दि: १४ ते १८ जुलै २०२० वेळ: सायंकाळी ७ ते ८ वा
कार्यशाळेतील मधील मुद्दे:
१) आवाज कुणाचा ? आवाज कशाला ?
२) आवाज हेच भांडवल
३) उत्तम आवाजाची गरज कोणाला ? कलाकार, वकील, नेते, इ. प्रत्येकाला
४) आवाज, स्वर आणि पट्टी यांची ओळख
५) आवजाचा रियाझ, व्यायाम, संरक्षण आणि संवर्धन
६) आवाजामुळे करिअर संधी
Recognised Institute by Central Sanskrit University (RISPE-CSU)
📚 Transform Your Perspective: Unlock the Ultimate Truths of Life with Hindu Philosophy 🚀
3 Month Online Certificate Course
भारतीय दर्शन
(Hindu Philosophy)
Thursday to Saturday
Online Live Sessions + Q&A
4 Credit Course
Language - Hindi
International Certification in Indian Knowledge System
Please click here if you are Foreign Student.
Course Duration
25 April to 29 June 2024
(Thursday to Saturday)
Evening: 8:00pm to 9:20pm (IST)
30 Sessions x 80 Minutes
LEARN LIVE FROM HOME
Course Fee
Indian Students ₹ 6000/-
Foreign Students US$150
2500+ Minutes of Content + Q & A + eBook Study Material
Live Classes + Recordings Available
[Assignments + Online MCQ Exam]
Course Introduction: भारतीय दर्शन के समन्वित स्वरूप की प्रस्तुति के लिए, उसकी प्रमुख विशिष्टताओं का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, भारतीय दर्शन की मुख्य विशेषताओं का संक्षिप्त परिचय यहाँ किया जा रहा है। भारतीय दर्शन का मूलभूत उद्देश्य तत्वज्ञान या मोक्ष की प्राप्ति करना माना गया है। भारतीय दर्शन का परम लक्ष्य जीवन के अंतिम सत्य को उद्घाटित करना है। दर्शन का उद्देश्य केवल जिज्ञासा की पूर्ति नहीं, बल्कि किस प्रकार मनुष्य दूर दृष्टि, भविष्य दृष्टि तथा अन्त्रदृष्टि के साथ जीवन यापन कर सके इस की शिक्षा देना है।
इस जगत को भौतिक विलासिता और आकर्षणों से भरपूर और दु:खों से भरा हुआ माना जाता है। जीवन में सुख अवश्य हैं, परंतु ये क्षणभंगुर होते हैं और सुख के पलों के साथ यह चिंता भी जुड़ी रहती है कि ये सुख कभी भी समाप्त हो सकते हैं। अतः, यह कहा जा सकता है कि सारा संसार दु:खमय और अनात्मिक है। मनुष्य के दु:खों का मूल कारण क्या है इसे जानने के लिए दर्शन प्रयत्न करते हैं।
भारतीय दर्शन कर्म सिद्धांत में दृढ़ विश्वास रखता है। कर्म सिद्धांत की धारणा के अनुरूप, प्रत्येक प्राणी अपने कर्मों के शुभ अथवा अशुभ फलों का अनुभव स्वयं ही करता है। इसके अतिरिक्त, अकर्मित कार्यों का फल नहीं मिलता, और एक बार किये गये कर्मों का फल नष्ट नहीं होता। कर्म और कर्मफल का यह सम्बन्ध वर्तमान, अतीत एवं भविष्य, तीनों कालों में प्रारब्ध, संचित एवं वर्तमान कर्म के रूप में अनिवार्यतः प्रकट होता है।
What you will Learn from this course ?
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भारतीय दर्शनों का मूल ज्ञान
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भारतीय दर्शनों का महत्व
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दर्शनों के माध्यम से अवधारणा के संपूर्ण अध्ययन की (प्राचीन) प्रक्रिया
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छह दर्शनों के मुख्य विषय
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षड्दर्शनों का तत्वज्ञान और शिक्षा
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जैन, बौद्ध और चार्वाक दर्शनों का तत्वज्ञान और शिक्षा
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कार्यकारण सिद्धांत की समझ
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सृष्टिनिर्मिति के मूल तत्वों की समझ
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दर्शनों के माध्यम से तार्किक सोच
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दर्शनों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण
Topics Covered
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महर्षी कणाद कृत वैशेषिक दर्शन - परिचय, महत्त्व, वेद की प्रामाणिकता, द्रव्य के प्रकार, आत्मा - सर्वव्यापी द्रव, आत्मा की अनुभूती, कार्य के लिये कारण की आवश्यकता, मोक्ष प्राप्त करना जीवन का लक्ष्य ।
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महर्षी गौतम कृत न्याय दर्शन - परमात्मा और उसका ज्ञान, चार प्रमाण - प्रत्यक्ष, अनुमान, शब्द, उपमान, विश्व के निर्माण के कारक - दिक्, काल, आकाश, मन, आत्मा।
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महर्षी कपिल कृत सांख्य दर्शन - पुरुष और प्रकृति, पुरुष और प्रकृति से सृष्टि की रचना, द्वैतवाद, प्रमाण - प्रत्यक्ष, अनुमान, शब्द, दुःख की निवृत्ती, जगत् सत्य ।
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महर्षी पतंजली कृत योग दर्शन - परिचय, महत्व, वृत्तियाँ - प्रमाण, विपर्यय, विकल्प, निद्रा, स्मृति, पाँच यम, पाँच नियम, ध्यान, धारणा, समाधि ।
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महर्षी जैमिनी कृत मीमांसा दर्शन - परिचय, महत्व, आत्मा की नित्यता और स्थिरता, शरीर का नश्वरत्व, छः साधन - प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थापत्ति, अनुपलब्धि ।
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महर्षी वेदव्यास कृत वेदान्त दर्शन - परिचय, महत्व, ब्रह्म - सृष्टि का निमित्त व उपादान, जीव ईश्वर का अंश, ब्रह्मविद्या, ब्रह्मज्ञान, ब्रह्मआनंदस्वरूप ।
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जैन, बौद्ध, चार्वाक दर्शन - परिचय, महत्व, तत्वज्ञान, प्रमुख विषय, सिद्धांत, प्रवचनकर्ता इ.।
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About Bhishma School of Indian Knowledge Systems...
Bhishma School of Indian Knowledge Systems conducts Online Certificate Courses based on Ancient Indian Vedic Wisdom, True Indian History, Art, Culture, Literature, Science, Technology, Ancient Civilization.
This Course includes...
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35+ Hrs of Live Training on Zoom
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Class Recordings
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Q & A Sessions
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Study Material in eBook format
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Guidance for Career / Research Opportunities
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Digital Certification By BSIS
Important
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Students across the Globe can Join this Course.
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You can pay amount Online by Credit/Debit Cards/ Net Banking/ UPI - BHIM, GPay, PhonePay.
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You will receive Class details one day before the date on your email.
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Amount once paid is not refundable. Can be adjusted in next batch or can be shifted to another course.
Who are the Mentors and Faculties ?
Experienced Faculties:
Prof Pranav Gokhale, Dr. Narendra Joshi, Dr Sucheta Paranjpe, Prof Veena Raj, Harshada Sawarakar, Vaishali Dabake
Chief Mentors of Bhishma IKS:
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Swami Govinddev Giri (Treasurer, Ram Janmabhumi Trust)
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Rajiv Malhotra (Founder, Infinity Foundation, USA)
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Prof. Dr. Ravindra Kulkarni (Eminent Mathematician, USA)
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Padmabhushan Vijay Bhatkar (Founder, Multiversity)
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Dr. Vasant Shinde (Renowned Archaeologist)
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Prof. Bhagyalata Pataskar (Eminent Indologist)
TOP FAQs
❓ How should I prepare for this
Pen, Paper and an inquisitive mind is all you need to understand the concepts of Upanishad.
❓ Is online class interactive or only one-sided?
All our online courses are highly interactive!
You will not only enjoy live video and audio but also interact with the trainer in 2 different ways:
1. Last 15-20 minutes of every lecture will Q&A session.
2. You can write questions in Chatbox which are visible to other participants, Faculties will answer those questions.
❓ Who will conduct the Course ?
This live Course will be conducted by BSIS. Know more about us in "About" section.
❓ How will I join the online class on schedule?
Post-booking, you will receive an email from the BSIS support desk a day before every class. Wherein, you will be given an access link and meet Code.
❓ From where will these live classes be broadcasted?
This live course will be broadcasted and controlled primarily from BSIS Office at Pune. Faculties will join from their own places.
❓ Do I need to download any app for this live Course?
Yes ! Please download the Zoom application. Post-booking, You will see the Link. If you do not see link don't worry, You will receive detail instruction and link through email with class details.
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